नाम (Full Name) | अल्बर्ट आइंस्टीन |
प्रसिद्धि (Famous for) | सिद्धांत के भौतिक विज्ञान |
जन्मदिन (Date of Birth) | 14 मार्च 1879 |
जन्म स्थान (Place of born) | उल्म, किंगडम ऑफ बुर्टेमवर्ग, जर्मनी |
उम्र (Age) | 76 साल (मृत्यु के समय) |
मृत्यु का दिन (Date of death) | 18 अप्रैल 1955 |
शिक्षा (Education) | 1900 में बीए, पीएचडी. 1905 में |
स्कूल (School) | कैथोलिक प्राथमिक विद्यालय लुईटपोल्ड जिम्नेजियम |
कॉलेज (college) | स्विस फेडरल पॉलिटेक्निक ज़्यूरिक विश्वविद्यालय |
राशि (Zodiac Sign) | मीन राशि |
नागरिकता (Nationality) | जर्मन, स्विस, अमेरिका |
गृह नगर (Home town) | उल्म, किंगडम ऑफ बुर्टेमवर्ग, जर्मनी |
लंबाई (Height) | 5 फीट 7 इंच |
वजन (weight) | 70 किलो |
पेशा (Profession) | सैद्धांतिक भौतिकी विज्ञानी |
वैवाहिक स्थिति (Marital Status) | विवाहित |
सैलरी (Salary) | 6 – 7 लाख रुपए प्रति शो |
कुल संपत्ति (Net worth) | 13 करोड़ रुपए |
अल्बर्ट आइंस्टीन का जन्म 14 मार्च 1879 को जर्मनी के उल्म में में हुआ था और उनका परिवार बहुत ही साधारण और मध्यमवर्गीय यहूदी थे।
उनके पिता का नाम हरमन आइंस्टीन था। जो शुरू में एक पंख वाले बिक्री प्रतिनिधि थे और बाद में एक इलेक्ट्रोकेमिकल उत्पादन लाइन चलाते थे और एक मध्यम जीवन यापन करते थे।
उनकी मां पॉलिन कोच परिवार से भागी थी उनकी एक बहन माजा आइंस्टीन थी। माजा, अल्बर्ट से 2 साल छोटी थी।
गणित और भौतिकी में उनके अद्भुत प्रदर्शन के कारण, उन्हें स्विस फेडरल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में प्रवेश मिला और उन्होंने स्नातक की पढ़ाई पूरी की।
उन्हें अभी भी अपनी पूर्व विश्वविद्यालय शिक्षा को पहले पूरा करने की अवश्यकता थी इसलिए बे स्विटरजलैंड के आराऊ में जोस्ट विंटेलर के हाई स्कूल गए।
आइंस्टीन स्कूल मास्टर के परिवार के साथ रहते थे और वह स्कूल मास्टर की बेटी मैरी बिंटलर से प्रभावित थे। सदी के अंत के साथ आइंस्टीन ने अपनी जर्मन नागरिकता छोड़ दी और स्विस नागरिक बन गए।
पिता का नाम (Father’s Name) | हरमन आइंस्टीन |
माता का नाम (Mother’s Name) | पॉलिन कोच |
बहन का नाम (Sister Name) | माजा आइंस्टीन |
पत्नी (Wife Name) | मरिअक (पहली पत्नी) एलिसा लौवेन्न थाल (दूसरी पत्नी) |
बच्चो के नाम (Children’s Name) | बेटे: एडवर्ड आइंस्टीन, हंस अल्बर्ट आइंस्टीन बेटी: लिसरल आइंस्टीन |
अल्बर्ट आइंस्टीन अपनी शिक्षा को खत्म करने के बाद करीबन 6 महीने बाद मरिअक से शादी कर ली। जो कि उनकी ज्यूरिक में सहपाठी थी।
अल्बर्ट आइंस्टीन की शादी के कुछ साल बाद उनकी पत्नी मरीअक ने दो बेटे को जन्म दिया था उनके दो बेटे हुए तब वे बर्न में ही थे और उनकी उम्र 26 साल थी।
उस समय उन्होंने डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की और अपना पहला क्रांतिकारी विज्ञान संबंधी दस्तावेज लिखा।
स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। 1902 में किसी के रेफरेंस से आइंस्टीन को स्विस पेटेंट ऑफिस में क्लर्क की नौकरी मिल गई वह पहली बार था आइंस्टीन स्थिरता खोजने में सक्षम थे।
एक क्लर्क के रूप में अपनी नौकरी के साथ आइंस्टीन को स्विस फेडरल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में उन सभी आवधारणाओं का विस्तार और पॉलिश करने का उत्कृष्ट अवसर मिला। जिन्हें उन्होंने समझा था उस समय उन्होंने अपने सबसे लोकप्रिय प्रमेय में प्रिंसिपल ऑफ रिलेटिविटी का काम किया।
1905 में आइंस्टीन ने एनालेन डेर फिजिक में चार पत्र प्रकाशित किए। एनालेन डेर फिजिक समय की सबसे प्रसिद्ध भौतिकी पत्रिकाओं में से एक थी। फोटो इलेक्ट्रिक प्रभाव और ब्राउनियन गति उनमें से दो विषय थे।
अन्य दो जिन्होंने E = Mc Square और सापेक्षता के सिद्धांत को रेखांकित किया आइंस्टीन के कैरियर और विज्ञान के विकास में महत्वपूर्ण थे।
अल्बर्ट आइंस्टीन ने बहुत से अविष्कार किए जिसके लिए उनका नाम प्रसिद्ध वैज्ञानिकों में गिना जाने लगा उनकी कुछ अविष्कार इस प्रकार हैं-
आइंस्टीन प्रकाश की क्वांटम थ्योरी में उन्होंने ऊर्जा की छोटी थैली की रचना की जिसे फोटोन कहा जाता है। जिनमें तरंग जैसी विशेषता होती है उनकी थ्योरी में उन्होंने कुछ धातुओं से इलेक्ट्रॉन के उत्सर्जन को समझाया।
उन्होंने फोटोइलेक्ट्रिक इफेक्ट की रचना की इस थ्योरी के बाद उन्होंने टेलीविजन का आविष्कार किया जो कि दृश्य को शिल्प विज्ञान के माध्यम से दर्शाया जाता है। आधुनिक समय में बहुत से ऐसे उपकरणों का आविष्कार हो चुका है।
अल्बर्ट आइंस्टीन ने द्रव्यमान और ऊर्जा के बीच एक समीकरण प्रमाणित किया। जिसको आज न्यूक्लियर ऊर्जा कहते हैं।
सापेक्षता सिद्धांत एक सिद्धांत है जो यह बताता है कि ब्रह्मांड कैसे काम करता है। अल्बर्ट आइंस्टीन की यह व्याख्या की गुरुत्वाकर्षण अंतरिक्ष समय के ताने-बाने को कैसे प्रभावित करता है, सामान्य सापेक्षता के रूप में जाना जाता है।
1915 में प्रकाशित इस परिकल्पना ने आइंस्टीन के विशेष सापेक्षता के सिद्धांत पर सुधार किया जिसे उन्होंने 10 साल पहले प्रकाशित किया था विशेष सापेक्षता के सिद्धांत ने वर्णन किया कि समय और स्थान एक दूसरे से जुड़े हुए हैं और वे गुरुत्वाकर्षण और गुरुत्वाकर्षण बल से परे हैं।
यह अल्बर्ट आइंस्टीन का सबसे छोटा आविष्कार था जिसके लिए वे प्रसिद्ध हुए। आइंस्टीन ने एक ऐसे रेफ्रिजरेटर का आविष्कार किया जिसमें अमोनिया, पानी और व्यूटेन और ज्यादा से ज्यादा ऊर्जा का उपयोग हो सके। उन्होंने इसमें बहुत सी विशेषताओं को ध्यान में रखकर यह रेफ्रिजरेटर का आविष्कार किया।
संयुक्त राज्य अमेरिका ने क्रमशः 9 अगस्त 1945 को हिरोशिमा और नागासाकी पर परमाणु बमों से हमला किया। दो हमलों में 1,29,000 से 2,26,000 लोगों की हत्या की गई जिनमें से अधिकांश नागरिक थे।
आइंस्टीन ने परमाणु बम का आविष्कार नहीं किया है लेकिन आइंस्टीन के सिद्धांतों ने परमाणु बम बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है बाद में उन्हें इस बात का बहुत दुख हुआ कि उनके द्वारा बनाए गए सूत्र पूरी मानवता के लिए खतरा बन सकते हैं।
अल्बर्ट आइंस्टीन को जर्मनी छोड़कर जाना पड़ा क्योंकि तब वहां पर हिटलर का समय था अल्बर्ट आइंस्टीन कुछ सालों तक अमेरिका में प्रिंसटन कॉलेज में कार्य करते हुए 18 अप्रैल सन 1955 में उनकी मृत्यु हो गई। दुनिया के महान वैज्ञानिक जिन्होंने अपने ज्ञान से दुनिया को बहुत कुछ सीखा दिया और उनकी खोज को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता है।
अल्बर्ट आइंस्टीन का जन्म 14 मार्च 1879 को जर्मनी के उल्म में में हुआ था।
अल्बर्ट आइंस्टीन का कुछ सालों तक अमेरिका में प्रिंसटन कॉलेज में कार्य करते हुए 18 अप्रैल सन 1955 में उनकी मृत्यु हो गई।
भौतिकी का नोबेल पुरस्कार सन 1921 में दिया गया।
इन्हें भी पढ़ें
निष्कर्ष
मैं आशा करता हूं की आपको “अल्बर्ट आइंस्टीन की जीवनी | Albert Einstein Biography in Hindi” पसंद आया होगा। अगर आपको यह पोस्ट पसंद आया है तो कमेंट करके अपनी राय दे, और इसे अपने दोस्तो और सोशल मीडिया में भी शेयर करे।